एकनाथ शिंदे की जीवनी | Eknath Shinde Ka Jeevan Parichay | Biography Of Eknath Shinde

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एकनाथ शिंदे की BIOGRAPHY

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एकनाथ शिंदे की जीवनी,शिक्षा ,आयु,पत्नी,जाति ,धर्म,संपत्ति,पार्टी ,परिवार ,विवाद,बेटा ,बेटी ,बगावत ,राजनीतिक करिअर ,लैटस्ट न्यूज | Eknath Shinde Ka Jeevan Parichay | Biography Of Eknath Shinde

साथियों आज का लेख हाल ही में महाराष्ट्र तथा टीवी चैनलों पर बहुचर्चित एकनाथ शिंदे(एकनाथ शिंदे की जीवनी ) के बारे में है। एकनाथ शिंदे ऐसे नेता हैं जिन्होंने हाल ही में शिवसेना पार्टी से बगावत करके कम से कम 40 से अधिक विधायकों का समर्थन प्राप्त कर लिया है, जिसके कारण शिवसेना पार्टी की सरकार गिरती नजर आ रही है। साथियों आज की तारीख में हर व्यक्ति जानना चाहता है कि एकनाथ शिंदे कौन है? तो चलिए आज के इस लेख के माध्यम से एकनाथ शिंदे के जीवन के बारे में जानकारी प्राप्त करते है।

एकनाथ शिंदे की जीवनी (मुख्य बिन्दु )

नाम एकनाथ संभाजी शिंदे
जन्म स्थान मुंबई (महाराष्ट्र )
जन्म तारीख 9 फरवरी 1964
उम्र 58
वजन 68 kg
जाती पाटीदार
स्कूली शिक्षा न्यू इंग्लिश हाई स्कूल
नागरिकता भारतीय
धरम हिन्दू
राशि कुम्भ
पेशा राजनीतिक
कुल संपत्ति करीबन 7 करोड़ 82 लाख रुपए
राजनीतिक दल शिवसेना
शौक किताबें पढ़ना ,फिल्में देखना
एकनाथ शिंदे की जीवनी (मुख्य बिन्दु )

एकनाथ शिंदे का शुरुवाती जीवन(एकनाथ शिंदे की जीवनी )

  टीवी चैनलों के साथ-साथ समाचार पत्रों में छाए हुए एकनाथ शिंदे का जन्म महाराष्ट्र के मुंबई में 9 फरवरी सन 1964 में हुआ। इनके माता जी का नाम गंगूबाई शिंदे तथा पिताजी का नाम संभाजी नवलु शिंदे है। इनके पत्नी का नाम लता शिंदे जो कि एक बिजनेस वूमेन है। इन्हें एक  बेटा है जिनका नाम श्रीकांत शिंदे है। शुरूवात से ही गरीबी जीवन यापन करने वाले एकनाथ शिंदे घर का पालन पोषण करने के लिए 16 साल की उम्र में ऑटो रिक्शा चलाना प्रारंभ किया। इसके अलावा पैसा कमाने के लिए शिंदे ने एक शराब की फैक्ट्री में भी काम किया।

एकनाथ शिंदे ने शिवसेना पार्टी कब ज्वॉइन की (एकनाथ शिंदे की जीवनी )

1980 एक ऐसा साल माना जाता है जिस समय शिवसेना ही एकमात्र ऐसी पार्टी थी जो कट्टर हिंदुत्व के मुद्दे पर जानी जाती थी। उस समय शिवसेना के मुखिया बाल साहब ठाकरे लोगों में काफी प्रसिद्ध हो चुके थे। बाल साहब ठाकरे के भाषण और उनके विचारों से प्रभावित होकर एकनाथ शिंदे ने ठाणे के जिला प्रमुख आनंद दिघे के माध्यम से शिवसेना पार्टी जॉइन कर ली। वर्ष 2004 में एकनाथ शिंदे को पहली बार विधायक बनने का अवसर प्राप्त हुआ।

एकनाथ शिंदे की BIOGRAPHY
Eknath Shinde Ka Jeevan Parichay

एकनाथ शिंदे का परिवार

इनके माता जी का नाम गंगूबाई शिंदे तथा पिता का नाम संभाजी नवलु शिंदे है|इनके पत्नी का नाम लता शिंदे जो कि एक बिजनेस वूमेन है। इन्हें एक  बेटा है जिनका नाम श्रीकांत शिंदे है।

एकनाथ शिंदे की शिक्षा- दीक्षा

एकनाथ शिंदे ने ठाणे शहर में मौजूद न्यू इंग्लिश हाई स्कूल से थोड़े समय का एजुकेशन प्राप्त किया। घरेलू परिस्थिति ठीक ना होने के कारण उन्हें बीच में ही अपनी पढ़ाई को छोड़ना पड़ा।2014 में  एक बार फिर से शिक्षा ग्रहण करने हेतु , एकनाथ शिंदे ने वसंतराव चौहान मुक्त यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया तथा यहां से मराठी और राजनीति विषय में आर्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की।

शिंदे का अपने परिवार का खोना

साल 2000 में सतारा जिले में बोटिंग करने के दौरान उनके साथ एक भयानक एक्सीडेंट हुआ। इस एक्सीडेंट में उन्होंने अपने  11 साल के बेटे दीपेश और 7 साल की बेटी शुभदा को खो दिया। यह वर्ष उनके लिए काफी दुखद पूर्ण रहा। वर्तमान में एकनाथ शिंदे का एक बेटा है जिसका नाम श्रीकांत शिंदे है।

एकनाथ शिंदे के राजनीतिक गुरू

एकनाथ शिंदे के राजनीतिक गुरु, आनंद दीघे को कहा  जाता है। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में दिघे का वर्चस्व माना जाता था। दिघे के कारण ही एकनाथ शिंदे को राजनीति में प्रवेश मिला। आनंद दिघे की मृत्यु के बाद ठाणे जिले की कमान एकनाथ शिंदे को सौंप दी गई। इस प्रकार एकनाथ शिंदे ने अपनी काबिलियत के दम पर ठाणे इलाके में पार्टी का परचम लहराया।

एकनाथ शिंदे का शिवसेना पार्टी में बगावत का कारण

जैसे की हम सब जानते हैं कि शिवसेना पार्टी का मुख्य एजेंडा हिंदुत्व रहा है। पर लोगों का ऐसा मानना है कि कुछ दिनों से शिवसेना अपने मूल सिद्धांतों से हट चुकी है। कहने का तात्पर्य यह है कि शिवसेना की कट्टर हिंदुत्व वादी छवि धीरे-धीरे गायब हो रही है। हाल ही में शिंदे ने यह बताया कि पार्टी में धीरे-धीरे उनके महत्व को कम किया जा रहा था। उन्हें और उनके बागी विधायकों को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने  नहीं दिया जा रहा था। मुख्यमंत्री से मिलने के लिए उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी।

 एकनाथ शिंदे और उनके बागी विधायकों को लगने लगा था कि महाराष्ट्र की सरकार उद्धव ठाकरे  नहीं बल्कि एनसीपी के शरद पवार चला रहे हैं। इन सभी बातों से एकनाथ शिंदे और अन्य बागी विधायक काफी खफा हो रहे थे। यदि एकनाथ शिंदे के वक्तव्य को समझे तो  जिन विधायकों के कारण उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे उन विधायकों को  पार्टी में  उचित सम्मान नहीं मिल पा रहा था। इन्हीं सभी कारणों के वजह से एकनाथ शिंदे ने शिवसेना पार्टी से बगावत करने का फैसला लिया। आज की स्थिति ऐसी बन चुकी है कि एकनाथ शिंदे के पास इतने विधायक (45 से अधिक) हो गए हैं कि वे आसानी से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन सकते हैं |

एकनाथ की कुल संपत्ति

2019 की रिपोर्ट के अनुसार एकनाथ शिंदे के पास वर्तमान में करीबन 7 करोड़ 82 लाख रुपए की संपत्ति है। इसके अलावा उनके पास महंगी गाड़ियां ,गहने तथा कमर्शियल प्रॉपर्टी भी है।

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FAQ:

एकनाथ शिंदे कौन है?

शिवसेना पार्टी का नेता

शिंदे के राजनीतिक गुरु कौन थे?

आनंद दिघे

एकनाथ शिंदे पहली बार विधायक कब बने?

आनंद दिघे

एकनाथ शिंदे चर्चा में क्यों है??

शिवसेना पार्टी से बगावत करने के कारण

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