साथियों आज के आर्टिकल के माध्यम से मैं आपको यह जानकारी दूंगा कि E-पासपोर्ट क्या होता है?(E-PASSPORT KYA HAIN 2022), E-PASSPORT के क्या फायदे हैं ?और E- PASSPORT कैसे काम करता है| मित्रों संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आप मेरे साथ इस आर्टिकल में बने रहे।
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प्रस्तावना(E-PASSPORT KYA HAIN 2022)
साथियों हम सब जानते हैं कि बजट 2022 में डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए कई बड़ी-बड़ी घोषणाएं की जा चुकी है। E -PASSPORT डिजिटल इंडिया कांसेप्ट के अंतर्गत आती है। सरकार का ऐसा मानना है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 तक ई- पासपोर्ट की सुविधा शुरू हो जाएगीl
क्या है E- PASSPORT?
साथियों अगर मैं E-PASSPORT की बात करूं तो यह एक आधुनिक पासपोर्ट होगा जिसमें चिप लगे होते हैं। इस चिप के अंदर यात्रियों की संपूर्ण जानकारी जैसे नाम, पता, एड्रेस ,सिग्नेचर, जन्मदिनांक,फिंगरप्रिंट और फोटो को स्टोर किया जाएगा।
कैसे काम करता है E-PASSPORT?
चिप की मदद से इमिग्रेशन काउंटर पर ट्रैवल करने वाली की डिटेल आसानी से चेक हो सकेगी| इससे इमिग्रेशन के समय लोगों का काफी समय बच सकेगा। ई- पासपोर्ट के कवर के पीछे सिलीकान चिप को एंबेड किया जाएगा जिससे इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कुछ ही सेकंड के बाद पासपोर्ट को स्कैन कर लिया जाएगा।
E-पासपोर्ट के फायदे?
👉इससे धोखाधड़ी में कमी आएगी।
👉वेरीफिकेशन प्रोसेस बहुत ही आसान हो जाएगी।
👉इससे यात्रियों के पिछले 30 विजिट के डाटा को भी खंगाला जा सकता है।
👉फिजिकल पासपोर्ट की अपेक्षा काफी सुरक्षित पासपोर्ट होंगे।
👉इस प्रकार के पासपोर्ट खो जाने पर यात्री को किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
👉इस पासपोर्ट में लगे चिप में 64 किलोबाइट की मेमोरी स्पेस होगी जो काफी महत्वपूर्ण डाटा को स्टोर कर सकेगी।
कितने दिन में तैयार होगा E- पासपोर्ट?
वैसे तो हम सब जानते हैं कि सामान्य पासपोर्ट बनाने के लिए कम से कम 15 से 20 दिन का समय लगता है । E- पासपोर्ट बनाने के लिए आवेदन के बाद सिर्फ 7 दिन लगेंगे। जैसे ही नया पासपोर्ट बनेगा वैसे ही पुराना पासपोर्ट अपने आप रद्द कर दिया जाएगा।
ई -पासपोर्ट की सुविधा सबसे पहले कहां शुरू हुई?
दोस्तों मैं आपको बताना चाहूंगा कि E- पासपोर्ट की सुविधा सबसे पहले मलेशिया में सन 1998 में लागू हुई। इसके बाद से जर्मनी ,जापान ,अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में भी इस प्रकार के पासपोर्ट का इस्तेमाल किया जा रहा हैं। ठीक इसी प्रकार वहीं भारत की बात करें तो साल 2008 में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बीस हजार E-passport राजनयिकों के लिए जारी किए गए थे। अगर हम पूरे विश्व की बात करे तो लगभग 120 से अधिक देशों में E-PASSPORT की सुविधा लागू कर दी गई है।
निष्कर्ष
तो साथियों इस प्रकार आज हमने E-पासपोर्ट क्या होता है?E-PASSPORT के क्या फायदे हैं ?और E- PASSPORT कैसे काम करता है,जैसे महत्त्वपूर्ण मुद्दों के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर ली हैं|
E-पासपोर्ट सबसे पहले किस देश मे launch किया गया ?
सन 1998 मे मलेशिया में
E-पासपोर्ट भारत मे कब लॉन्च किया गया ?
सन 2008 में