साथियों इस आर्टिकल के माध्यम से आपको मैं बताने वाला हूं कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस(NATIONAL SCIENCE DAY) क्यों और कब मनाया जाता है। पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप मेरे साथ इस आर्टिकल में अंत तक बने रहे।
Table of Contents
प्रस्तावना (NATIONAL SCIENCE DAY)
साथियों हम सभी जानते हैं कि विश्व का प्रत्येक देश आज विज्ञान और तकनीकी की वजह से प्रगति की राह पर चल रहा है। हर दिन विज्ञान के माध्यम से नई खोज या अविष्कार को संपादित किया जा रहा है। विज्ञान की वजह से आज कंप्यूटर, रोबोट जैसी बड़ी -बड़ी चीजों का अविष्कार आसानी से हो पाया है। अब तक ऐसी कई खोजे हुई है जिसमें भारतीय वैज्ञानिकों ने अपने देश का नाम रोशन किया है। आज के इस लेख के माध्यम से हम ऐसे ही एक भारतीय वैज्ञानिक के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले हैं जिन्होंने विज्ञान के क्षेत्र में अद्भुत कार्य किया है।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस क्यों मनाया जाता है(WHY NATIONAL SCIENCE DAY IS CELEBRATED)
मित्रों आपको बताना चाहूंगा कि हर वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। यह भारत के लिए एक ऐसा पावन दिवस है जिस दिन भारतीय वैज्ञानिक सी .वी .रमन जी ने रमन इफेक्ट का ऐलान किया। इसी रमन इफ़ेक्ट की वजह से साल 1930 में उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।सन 1986 से हर वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाने का उद्देश्य(PURPOSE OF CELEBRATING NATIONAL SCIENCE DAY)
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का मुख्य उद्देश्य होता है लोगों में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करना। समाज में फैली अंधश्रद्धा तथा कुरीतियों को दूर करना भी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का मुख्य उद्देश्य माना जाता है। देश में ऐसे कई व्यक्ति या छात्र है जो विज्ञान के क्षेत्र में रुचि रखते हैं तथा वह अपने जीवन में विज्ञान के क्षेत्र में कुछ न कुछ खोज करना चाहते हैं। ऐसे व्यक्तियों को प्रोत्साहित करना और मौका देना भी विज्ञान दिवस का मुख्य उद्देश माना जाता है। आज तक पूरे विश्व में विज्ञान के क्षेत्र में ऐसे कई अविष्कार हुए हैं जिनकी वजह से यह पूरा विश्व टीका है, इन आविष्कारों को सम्मान देना भी इस दिवस का मुख्य उद्देश्य माना जाता है।
सी. वी. रमन जी का परिचय(ABOUT C.V RAMAN)
सी .वी रमन जी का पूरा नाम चंद्रशेखर वेंकट रमन है। उनका जन्म 7 नवंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में हुआ था। सी. वी. रमन बचपन से ही विज्ञान और गणित जैसे विषयों में अत्यधिक रूचि रखा करते थे। उनके पिता गणित और भौतिकी विषय के लेक्चरर थे। मद्रास की प्रेसीडेंसी कॉलेज से उन्होंने अपना एमएससी(M .Sc) पूरा किया। यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास ने उन्हें फिजिक्स में गोल्ड मेडल से नवाजा।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस कैसे मनाया जाता है(HOW NATIONAL SCIENCE DAY IS CELEBRATED)
स्कूल और कॉलेजों के साथ-साथ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा भी इस दिवस को बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। स्कूलों और विद्यालयों में विज्ञान से संबंधित अनेक प्रकार के कार्यक्रम जैसे विज्ञान पर निबंध, पोस्टर मेकिंग, विज्ञान प्रोजेक्ट, प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है। कई वैज्ञानिक स्थलों पर विज्ञान चर्चा का भी आयोजन किया जाता है। बड़े-बड़े स्कूल और कॉलेजों में वैज्ञानिकों को बुलाया जाता है ताकि वह अपना अनुभव बच्चों के साथ साझा कर सकें और बच्चों की रुचि विज्ञान में पैदा कर सकें। इतना ही नहीं इस दिन भारतीय सरकार वैज्ञानिकों को उनके किए गए सराहनीय कार्य के लिए भी सम्मानित करती है। साथ ही साथ युवा और छात्र विज्ञान के क्षेत्र में बढ़ चढ़कर आगे आए इसके लिए नई योजनाओं की घोषणा भी करती है।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 की थीम(THEME OF NATIONAL SCIENCE DAY)
इस वर्ष राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की थीम या विषय ‘दीर्घकालिक भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण ‘है|
निष्कर्ष (CONCLUSION)
तो मित्रों इस प्रकार आज हमने यह जाना की हर वर्ष राष्ट्रीय विज्ञान दिवस(NATIONAL SCIENCE DAY) क्यों और कब मनाया जाता है|जानकारी मे बने रहने के लिए आप सभी का कोटि -कोटि धन्यवाद |
FAQ–
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस कब मनाया जाता है?
28 फरवरी को
2022 मे राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की थीम क्या हैं ?
दीर्घकालिक भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण